Freedom 251: 4100 रूपए का फोन 251 रूपए में कैसे दिया, उठे ये विवाद
नोएडा स्थित रिंगिंग बेल्स कंपनी ने मेक इन इंडिया के तहत दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन Freedom 251 महज Rs 251 की कमत में लॉन्च किया है। लेकिन इसकी लॉन्चिंग के साथ ही इस स्मार्टफोन को लेकर कई विवाद खड़े हो चुके हैं। फ्रीडम 251 को लेकर तीन प्रमुख विवाद- 1. फ्रीडम 251 की लॉन्चिंग में मनोहर पर्रिकर को जाना था, लेकिन वे नहीं गए। 2. इंडियन सेल्युलर एसोसिएशन के मुताबिक यह स्मार्टफोन 4100 रूपए की रिटेल कीमत वाला है, लेकिन इसें 251 रूपए में कैसे उपलब्ध कराया?
3. इस रिंगिंग बेल्स फ्रीडम 251 का लुक आईफोन तथा पहले से मौजूद एडकॉम स्मार्टफोन की तरह हैं। इसके अलावा जब फोन की बुकिंग्स गुरूवार सुबह 6 बजे शुरू हुई तो यूजर्स को ऑर्डर प्लेस करने में काफी दिक्कतें आई। इससे पहले वेबसाइट क्रैश हो गई थी। लोगों ने ट्विटर भी इसको लेकर अपना गुस्सा निकाला और चुटकियां भी ली। आईसीए ने उठाए सवाल 251 रूपए की कीमत वाले इस फोन की 17 फरीवरी को नोएडा में की गई। रक्षामंत्री पर्रिकर इसकी लॉन्चिंग में नहीं आए। जबकि बीजेपी सांसद मुरली मनोहर जोशी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके अलावा मोबाइल इंडस्ट्री बॉडी इंडियन सेल्युलर एसोसिएशन (आईसीए) ने कहा है कि टेलिकॉम मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद को इस मामले की जांच करनी चाहिए। आईसीए का तर्क है कि सब्सिडी पर सेल के बावजूद इस तरह के स्मार्टफोन की कीमत 4100 रूपए से कम नहीं हो सकती। आईसीए ने कहा कि इस तरह के प्रोडक्ट की बिल ऑफ मटीरियल (बीओएम) वैल्यू 40 डॉलर यानी 2,700 रुपए आती है। इसके अलावा यह कॉस्ट भी तब आती है जब जब इसे सस्ती सप्लाई चेन से खरीदा जाए। टेलीकॉम मिनिस्टर को लिखा लैटर आईसीए के नेशनल प्रेसिडेंट पंकज महिन्द्रू ने टेलिकॉम मिनिस्टर को लेटर लिखा है जिसमें कहा गया है कि रिटेल सेल्स के दौरान प्रोडक्ट कॉस्ट में ड्यूटी, टैक्स, डिस्ट्रीब्यूशन और रिटेल मार्जिन भी जुड़ते हैं। जब इस स्मार्टफोन की रिटेल कॉस्ट 4,100 रूपए आती है तो यह 251 रूपए में कैसे बिक सकता है? उन्होंने कहा कि यदि ऐसे स्मार्टफोन को ई-कॉमर्स या किसी तरह की सब्सिडाइज्ड सेल के तहत बेचा जाता है, तो भी इसकी कीमत 52-55 डॉलर यानी 3,500-3,800 रूपए आती है। उन्होंने इसके चलते सवाल उठाया कि जब इस प्रोडक्ट पर सीधे कोई सब्सिडी नहीं मिली है, तो यह इतने कम रेट पर कैसे बिक सकता है? इवेंट में मौजूद लोगों पर सवाल आईसीए ने फ्रीडम 251 स्मार्टफोन के लॉन्चिंग कार्यक्रम में गए सीनियर पॉलिटिकल और गवर्नमेंट लीडरशिप को मिले इनविटेशन और नेताओं की मौजूदगी पर भी सवाल उठाए हैं। जवाब में रिंगिंग बेल्स ने बताया ये गणित रिंगिंग बेल्स के प्रेसिडेंट अशोक चड्डा ने फ्रीडम 251 के लॉन्चिंग इवेंट में कहा कि इस साल अंत तक इस स्मार्टफोन के हार्डवेयर भारत में बनाए जाएंगे। इसके बाद इसे 100 फीसदी मेड इन इंडिया कर दिया जाएगा। इसके लिए नोएडा और उत्तराखंड में पायलट प्रोजेक्ट लाया जा रहा है। यहां की उत्पादन क्षमता हर महीने 5 लाख स्मार्टफोन्स की होगी। ऐसे पांच मॅन्युफॅक्चरिंग सेंटर बनाए जाएंगें। हालांकि शुरूआत में ढाई लाख ऑर्डर के बाद बुकिंग रोक दी जाएगी। चड्डा ने कहा कि बिल ऑफ मटीरियल्स के हिसाब से इस स्मार्टफोन की कॉस्ट 2000 रूपए है। भारत में बनाकर हम इसमें से 400 रूपए बचा लेंगे। इसके बाद इसे ऑनलाइन बेचकर इससे 400 रूपए और बचा लेंगे। इसके बाद प्री-ऑर्डर पर नंबर बढ़ा तो हम 400 रूपए बचा लेंगे। इसके बाद जब प्लैटफॉर्म बड़ा होगा तो हम ऐसे प्रोडक्ट्स हाईलाइट करेंगे, जो कस्टमर्स के लिए वैल्यूएबल होंगे। इससे सोर्स ऑफ इनकम बढ़ेगी और कॉस्ट को कंट्रोल किया जाएगा। कंपनी का कहना है कि इस फोन के लिए कोई गवर्नमेंट सब्सिडी नहीं ली जा रही और न ही प्रोजेक्ट में सरकार का कोई डिपार्टमेंट शामिल है। आईफोन से कॉपी करने का भी उठा मामला एक्सपर्ट्स के मुताबिक फ्रीडम 251 में ज्यादातर बिल्ट अप आइकॉन्स आईफोन जैसे हैं। इसमें वेब ब्राउजर एप भी एपल के सफारी ब्राउजर जैसा है इसके अलावा इसमें राउंड होम बटन भी आईफोन जैसा ही वैसा ही है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि यह दिल्ली की आईटी इम्पोर्टर कंपनी एडकॉम के एक हैंडसेट की तर्ज पर बना है। एडकॉम कंपनी का ऐसा ही फोन ई-रिटेलर कंपनियों की वेबसाइट्स पर करीब 4000 रूपए में लिस्टेड है। इनको देगा टक्कर फिलहाल मार्केट में मौजूद सबसे सस्ता स्मार्टफोन 1,500 रूपए के लगभग हैं। इस फोन को 4500 से 5000 रूपए की बीच की कीमत में आने वाले लेनोवो ए2010 और कार्बन मैक वन टाइटेनियम को टक्कर देने वाला माना जा रहा है। इसके अलावा रिंगिंग बेल्स ने महज 2999 रूपए में 4-जी स
No comments:
Post a Comment