अमारा whatsapp गृपमा जोड़ावा अही क्लिक करो
 फालतू मेसेज करवानी मनाई छे तमारा मित्रो ने पण अमारा गृपमा जोड़ो ... आभार
तमारा whatsapp & Hike  गृप मा अमारो नंबर
982 57 57 943 ऐड करो
Join Our FaceBook Groups To Get More Update ... click here
Join our Facebook page To get our website update... click here 

Search This Blog

RECENT POST

Recent Posts Widget

Oct 7, 2015

इतिहास में आजः 7 अक्टूबर

इतिहास में आजः 7 अक्टूबर
अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने 14 साल पहले आज ही के दिन ऑपरेशन 'एनड्यूरिंग फ्रीडम' से शुरू की थी अफगानिस्तान की जंग.

11 सितंबर के हमलों के बाद बौखलाया अमेरिका अल कायदा के नेटवर्क को नेस्तनाबूद करने पर अमादा हो गया. अफगानिस्तान के करीब 90 फीसदी हिस्से पर शासन कर रहे तालिबान से अल कायदा प्रमुख को अमेरिका के हवाले करने की मांग की गई. साथ ही अल कायदा के नेटवर्क को भी मिटाने के लिए कहा गया.
अल कायदा तालिबान को अफगानिस्तान में नॉर्दर्न अलायंस से लड़ने में मदद दे रहा था. तालिबान ने इतना जरूर कहा कि वह ओसामा बिन लादेन को देश छोड़ने के लिए कहेगा, लेकिन 11 सितंबर के हमलों में शामिल होने के सबूत मिले बगैर उसने लादेन को अमेरिका के हवाले करने से इनकार कर दिया. अमेरिका ने आगे बातचीत से मना कर दिया और 7 अक्टूर को ब्रिटेन के साथ मिल कर ऑपरेशन एनड्यूरिंग फ्रीडम शुरू कर दिया गया.

जंग और जिंदगी के बीच अफगानिस्तान
नशे में डूबा बचपन
अफगानिस्तान में नशा एक बड़ी समस्या है. बचपन से ही अफीम की लत लगने का खतरा रहता है. नशे के शिकार बच्चों के कोई आधिकारिक आंकड़े नहीं हैं लेकिन संयुक्त राष्ट्र के अनुसार यह संख्या करीब तीन लाख है.
1234567891011121314151617
बाद में जर्मनी और दूसरे पश्चिमी देश भी इस में शामिल हो गए. तालिबान के खिलाफ नॉर्दर्न अलायंस को मदद दी जाने लगी और सीधे हमले भी शुरू हो गए. हालांकि तालिबान और अल कायदा के ज्यादातर सदस्य भाग कर दूर दराज के पहाड़ी इलाकों और पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में छिप गए.
दिसंबर 2001 में संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहयोग बल, आईसैफ का गठन किया. जिसे अफगानिस्तान की सुरक्षा और अफगानिस्तान की राष्ट्रीय सेना को प्रशिक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई.

No comments:

Post a Comment