अमारा whatsapp गृपमा जोड़ावा अही क्लिक करो
 फालतू मेसेज करवानी मनाई छे तमारा मित्रो ने पण अमारा गृपमा जोड़ो ... आभार
तमारा whatsapp & Hike  गृप मा अमारो नंबर
982 57 57 943 ऐड करो
Join Our FaceBook Groups To Get More Update ... click here
Join our Facebook page To get our website update... click here 

Search This Blog

RECENT POST

Recent Posts Widget

Oct 4, 2015

इतिहास में आज: 4 अक्टूबर 4 अक्टूबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ:- 4 अक्टूबर को जन्मे व्यक्ति:- 4 अक्टूबर को हुए निधन:- 4 अक्टूबर के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव:-

इतिहास में आज: 4 अक्टूबर
1957 में इसी दिन इंसान ने अंतरिक्ष में पहली छलांग लगाई. सोवियत संघ ने मानव इतिहास का पहला उपग्रह स्पुतनिक सफलता से अंतरिक्ष में पहुंचाया था.

83.5 किलोग्राम भारी स्पुतनिक इंसान की बनाई ऐसी पहली चीज है जो पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर भेजी गई. सोवियत संघ के वैज्ञानिकों ने इस उपग्रह के सफल प्रक्षेपण के बाद कहा कि स्पुतनिक धरती से 900 किलोमीटर ऊपर है. पृथ्वी की परिक्रमा के दौरान स्पुतनिक की गति 29,000 किलोमीटर प्रतिघंटा थी. पहला मानव निर्मित उपग्रह 96 मिनट में धरती का एक चक्कर पूरा कर रहा था.
धातु की गेंद की तरह बनाए स्पुतनिक में चार एंटीने थे. प्रक्षेपण के वक्त वैज्ञानिकों को उम्मीद नहीं थी कि स्पुतनिक अंतरिक्ष से रेडियो सिग्नल भेजेगा. वैज्ञानिकों को लगा कि धरती के वायुमंडल से बाहर निकलते वक्त घर्षण की वजह से धातु का खोल गल जाएगा. हालांकि ऐसा हुआ भी, लेकिन इसके बावजूद स्पुतनिक वहां से रेडियो सिग्नल भेजने में कामयाब रहा.

ब्लैक होल की दुनिया
बहुत कुछ पर कुछ नहीं
ब्लैक होल वास्तव में कोई छेद नहीं है, यह तो मरे हुए तारों के अवशेष हैं. करोड़ों, अरबों सालों के गुजरने के बाद किसी तारे की जिंदगी खत्म होती है और ब्लैक होल का जन्म होता है.
1234567891011
हालांकि इंसानी इतिहास का ये पहला उपग्रह अंतरिक्ष में 22 दिन ही सिग्नल भेज पाया. बैटरी खत्म होने की वजह से 26 अक्टूबर 1957 को स्पुतनिक खामोश हो गया.
आम तौर पर सैटेलाइटों की औसत उम्र पांच से 20 साल के बीच होती है. 2008 तक पूर्वी सोवियत संघ और रूस की करीब 1,400 सैटेलाइटें अंतरिक्ष में है. अमेरिका की करीबन एक हजार, जापान की 100 से ज्यादा, चीन की करीब 80, फ्रांस की 40 और भारत 30 से ज्यादा सैटेलाइटें भी धरती की परिक्रमा कर रही हैं. भारत ने अपनी पहली सैटेलाइट अप्रैल 1971 में छोड़ी. इसका नाम आर्यभट्ट था.
आज करीब 3,000 इंसानी उपग्रह अंतरिक्ष में रहकर धरती का चक्कर काट रहे हैं. इन्हीं की मदद से आज मोबाइल कम्युनिकेशन, टीवी प्रसारण, इंटरनेट, हवाई और समुद्री परिवहन और आपदा प्रबंधन हो रहा है. स्पुतनिक के जरिए इंसान ने वो तकनीक हासिल कर ली, जिसके बिना आज की 21वीं सदी की कल्पना मुश्किल है.

4 अक्टूबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ:-

2000 - चांग चून शियुंग ताइवान के नये प्रधानमंत्री बने।
2002 - पाकिस्तान में शाहीन प्रक्षेपास्त्र का परीक्षण किया गया।
2005 - बाली बम कांड में दो संदिग्ध व्यक्ति गिरफ़्तार।
2008- अमेरिका की विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस एक दिन के लिए भारत यात्रा पर

4 अक्टूबर को जन्मे व्यक्ति:-

1927 - सरला ग्रेवाल - 'भारतीय प्रशासनिक सेवा' में भारत की दूसरी महिला अधिकारी तथा मध्य प्रदेश की भूतपूर्व राज्यपाल।
1884 - रामचन्द्र शुक्ल, बीसवीं शताब्दी के हिन्दी के प्रमुख साहित्यकार
1857 - श्यामजी कृष्ण वर्मा, प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी एवं लेखक

4 अक्टूबर को हुए निधन:-

4 अक्टूबर के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव:-

विश्व पशु कल्याण दिवस
राष्ट्रीय अखंडता दिवस

No comments:

Post a Comment